सुजीत जी महाराज–
दिनांक 26 मई 2021 दिन बुधवार वैशाख माह शुक्ल पक्ष की वैशाख पूर्णिमा को उपच्छाया चंद्रग्रहण लगेगा।दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से सायंकाल 07 बजकर 20 मिनट तक यह ग्रहण रहेगा।यह भारत मे पूर्ण चन्द्रग्रहण के रूप में नहीं दिखेगा लेकिन वेस्ट बंगाल,बंगाल की खाड़ी तथा उत्तरपूर्व के कुछ हिस्सों में छाया के रूप में ही दृश्य होगा।उपच्छाया चंद्रग्रहण ,ग्रहण की ऐसी स्थिति है कि जब चन्द्रमा की पृथ्वी पर छाया न पड़कर उसकी उपच्छया मात्र पड़ती है।चन्द्रमा पर एक धुंधली सी छाया दृश्य होती है।चन्द्रमा थोड़ा धूमिल दिखता है। उपच्छया ग्रहण में सूतक काल नहीं लगता।यह ग्रहण अमेरिका,नार्थ यूरोप,पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया तथा प्रशांत महासागर में पूर्ण चन्द्र ग्रहण के रूप में नजर आएगा।
यह ग्रहण वृश्चिक राशि पर लगेगा। ग्रहण के समय सूर्य,शुक्र व राहु वृष में,मंगल व बुध मिथुन में,केतु व चन्द्रमा वृश्चिक में,शनि मकर तथा गुरु कुम्भ में रहेंगे।
उपच्छया चंद्रग्रहण लगभग ग्रहण की श्रेणी में नहीं आता।इसमें सूतक काल नहीं होता। ग्रहों का गोचर निरन्तर प्रभाव डालता है ,इसलिये प्रत्येक राशियां प्रभावित होंगी।यह उपच्छया ग्रहण मेष राशि के लिए थोड़ा कष्टदायक है।वृष के लिए आर्थिक कष्ट,मिथुन के लिए मानसिक पीड़ा व कर्क के लिए थोड़ी आर्थिक हानि रह सकती है।तुला व कन्या के लिए थोड़ा सा आर्थिक कष्टदायक है।सिंह राशि को थोड़ी आर्थिक हानि व वृश्चिक के लिए व्यवसाय में संघर्ष की संभावना रहेगी। मकर राशि के लिए आर्थिक शुभ वहीं कुम्भ व मीन के लिए शारीरिक रूप से कष्टदायी हो सकती है।