पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को प्रातःकाल 09:34 पर लग जायेगी।पूर्णिमा 12 अगस्त को प्रातःकाल 07:18 तक रहेगी।11 अगस्त को 09:35 बजे भद्रा लग रहा है जो रात्रि 08:30 बजे तक रहेगा।इसलिए 11 को रात्रि 08:30 बजे के बाद राखी बांधी जाएगी।12 अगस्त को प्रातःकाल से ही सुबह 07:17 बजे तक पूर्णिमा है।अतः राखी का सबसे शुभ समय 12 को सूर्योदय के बाद प्रातःकाल 07:17 तक ही है।
ऐसे में 11 को रात्रि 08:30 से 12 अगस्त को प्रातःकाल 07:18 बजे तक राखी बांधने का सबसे उपयुक्त समय है।
12 को पूर्णिमा की उदय तिथि है।मदन रत्न में प्रतिपदा युक्त पूर्णिमा में राखी मनाने का निषेध है।अन्यत्र कहीं इसका जिक्र शायद नहीं है।यदि हमको दिन में शुभता प्राप्त हो जा रही है तो वह रात्रि में राखी बांधने से बेहतर होगा।यदि इस प्रकार विचार करें तो 12 को सूर्योदय के बाद रात्रि 07 बजकर 17 मिनट तक राखी बांधी जा सकती है।
सुजीत जी महाराज